राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का परिवार मिलन समारोह हुआ....प्रान्त प्रचारक प्रेमशंकर बोले - भारत की भूमि पर जन्म लेना गर्व की बात.....।
धमतरी- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ धमतरी की ओर से मंगलवार को एकलव्य खेल परिसर में शाम 4 बजे परिवार मिलन समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता आरएसएस के प्रांत प्रचारक प्रेमशंकर सिदार थे। उन्होंने अपने एक घंटे के व्याख्यान में वृहद एकत्रीकरण पर जोर दिया। उन्होंने जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि जो संघ से जुड़ गया, वह परिवार से जुड़ गया। संघ का काम देश हित में रहता है। संघ की विचारधारा सनातन संस्कृति को बढ़ावा देना है।
उन्होंने कहा कि इस धरती पर जन्म लेना गर्व की बात है। पूर्व जन्म का ही प्रताप है कि हमें भारत भूमि पर जन्म लेने का अवसर मिला। इस देवभूमि में सहज आना ईश्वरीय कृपा है। हमें स्वधर्म को प्राप्त करने का सौभाग्य मिला है। सभी भारतीय लोक हित के काम से जुड़े हैं। यही से हमारी गौरव गाथा प्रारंभ होती है। भारत भक्ति ही देशभक्ति है। देश हित में काम करने का सुअवसर मिला है। इससे चूकना नहीं चाहिए। भारत माता के नाम पर कुछ लोग देशवासियों को भ्रमित कर भारत विरोधी नारे लगाते हैं। उनके इस कुचक्र को तोड़ना है यह तभी संभव है जब हममें एकता होगी। ये लोग देश तोड़ने का काम कर रहे हैं। हिन्दू धर्म में स्वर्ग से बढ़कर मोक्ष को बताया गया है। जननी और जन्मभूमि के सानिध्य से ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। भारत की सांस्कृतिक और परंपरा काफी समृद्ध है लेकिन राष्ट्रीय चेतना के अभाव में भारतवंशी वर्षाें से गुलामी की जंजीर में जकड़े रहे हैं। अंग्रेजों ने यहां की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक विरासत को ध्वस्त करने के बाद ही देश को गुलाम बनाया। हमारे महापुरूषों के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर देश को आत्मगौरव को ठेस पहुंचाया। इन सब परिस्थितियों में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई, जो देशभक्ति की अलख जगा रहे हैं। संगठन के अभाव में हिन्दू कई वर्ग में विभाजित है जिसे संगठित करने का प्रयास हो रहा है। हिन्दू समाज एकत्रित नहीं हाे रहा है, इसलिए विघटनकारी शक्तियां हावी हो रही हैं जिसे तोड़ना आवश्यक है। परिवार का काम है बच्चे को अच्छा नागरिक बनाए। सुसंस्कारित करें। संस्कार से ही रिश्ते में मिठास आती है।
इस अवसर पर श्याम अग्रवाल, रामलखन गजेन्द्र, जितेन्द्र यदु, ठाकुरराम, सनत पटेल,पूर्व विधायक इंदर चोपड़ा, रामू रोहरा, महेन्द्र पंडित,डीपेन्द्र साहू,विजय साहू, श्यामा साहू, शशि पवार, लक्ष्मण राव मगर,रघुनंदन साहू, मालकराम साहू,चेतन हिन्दूजा, अरिवंदर मुंडी, उमेश साहू, मोहन साहू, डॉ. शांडिल्य,महेन्द्र नेताम, कोमल सार्वा,घनश्याम साहू, रौनित सहारे,बेदू साहू,राकेश साहू, बीथिका विश्वास,अर्चना चौबे,सरला जैन,राजू सोनकर, शिवाजी साहू,रामजी साहू,नितेश कुंभकार,राजकुमार पटेल,राजेन्द्र पटेल,राजकुमार क्षत्रिय,सुदामा साहू, रवि शर्मा,हरिवंश साहू, धरम साहू,नोहर देवांगन, कृपाराम साहू,मनोज साहू,गौरव मगर,उमेश सिंह बशिष्ट सहित सैकड़ों स्वयंसेवक उपस्थित थे।