शहीद को दी अंतिम विदाई : तिरंगे में लिपटकर आया खरेंगा का लाल...अंतिम दर्शन करने को उमड़ा जनसैलाब....हर आंख हुए नम....।
धमतरी- लेह लद्दाख में शहीद हुए खरेंगा के लाल मनीष नेताम पार्थिव शरीर शनिवार सुबह खरेंगा गांव में पहुंचा। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। हर व्यक्ति की आंख नम हो गई। जब तक सूरज चाँद रहेगा...मनीष तेरा नाम रहेगा... जैसे नारे गूंज उठे। शहीद के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।
शहीद मनीष ध्रुव को अंतिम विदाई देने हजारों की संख्या में जनप्रतिनिधि,सेना के अधिकारी एवं पुलिस के जवान,पूर्व सैनिक,विभिन्न समाज के प्रतिनिधि सहित खरेंगा सहित आसपास के ग्रामीण पुरूष, महिला और बच्चे भी हजारों की तादाद में स्थानीय शांति घाट पहुंचे थे।
शहीद के शव पर नगरवासियों ने की पुष्पवर्षा :-
जिला अस्पताल धमतरी से आज सुबह 7.00 बजे से राष्ट्रध्वज तिरंगा में लिपटी शहीद मनीष की पार्थिव देह की अंतिम यात्रा निकाली गई। जिसमें नगरवासियों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर शहीद जवान के प्रति अपनी शोक संवेदना प्रकट की। जिला अस्पताल से शुरू हुई अंतिम यात्रा नगर के रत्नाबांधा चौक, नगरघड़ी चौक,सदरबाजार, रामबाग,विंध्यवासिनी मंदिर वार्ड, दानीटोला वार्ड,नहरनाका चौक से ग्राम कोलियारी,अमेठी, कलारतराई,परसुली,दर्री होते हुए ग्राम खरेंगा पहुंची। इस दौरान रायपुर से आए मद्रास रेजिमेंट के 15 जवान मौजूद थे। इस दौरान धमतरी विधायक रंजना साहू, महापौर विजय देवांगन,राज्य दिव्यांगजन सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष मोहन लालवानी,राज्य दुग्धमहासंघ के अध्यक्ष विपिन साहू, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष नीशू चंद्राकर,जिला पंचायत सदस्य कविता बाबर,पूर्व विधायक गुरूमुख सिंह होरा एवं इंदरचंद चोपड़ा, पूर्व महापौर अर्चना चौबे,स्थानीय सरपंच अमरीका ध्रुव सहित एसपी प्रशांत ठाकुर के अलावा नगर के पूर्व सैनिक,एनसीसी के कैडेट्स, फ्रीडम सैनिक ट्रेनिंग अकादमी के जवानों के अलावा हजारों लोगों ने नम आंखों से अमर शहीद को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
घर का इकलौता चिराग था मनीष :-
खेतिहर मजदूर राजेन्द्र सिंह ध्रुव और शकुंतला बाई की दो संतानों में मनीष बड़ा है। उनकी छोटी बहन खिलेश्वरी की हाल ही में शादी हुई थी। जो अब ससुराल में रहती हैं। इस तरह मनीष के शहीद हो जाने के बाद नियति ने बूढ़े मां-बाप का इकलौता सहारा भी छीन लिया।
देश सेवा में अग्रणी है ग्राम खरेंगा, 30 से अधिक जवान हैं सेना में :-
धमतरी विकासखंड के ग्राम खरेंगा में देश के लिए अपनी जान की बाजी लगाने वालों की कमी नहीं है। इसी ग्राम के असम राइफल्स में पंजाब के लुधियाना में अपनी सेवाएं दे रहे सैनिक सुरेश कुमार चक्रधारी ने बताया कि इस गांव में 30 से अधिक जवान भारतीय सेना में सेवाएं दे रहे हैं। गांव के दिलीप साहू,पूरण साहू,पुरुषोत्तम विश्वकर्मा,उमेश्वर चक्रधारी,प्रदीप चक्रधारी, डेमनलाल साहू सहित 30-32 जवान भारतीय सेना के विभिन्न मोर्चों पर तैनात हैं। इसके अलावा आसपास के ग्राम देवपुर, सारंगपुरी,दर्री सहित पड़ोस के गांवों के लगभग 50 से अधिक युवक भारतीय सेना के विभिन्न मोर्चों में तैनात रहकर देश सेवा में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीएससी तक शिक्षित 24 वर्षीय मनीष साल 2018 में भारतीय सेना की मराठा रेजिमेंट के लिए चयनित हुए थे। शिक्षा के दौरान वह एनसीसी के उत्कृष्ट कैडेट भी रहे। अपनी सादगी और शालीनता की वजह से वह पूरे गांव में विख्यात थे।
महिलाओं की भीड़ ने भी दी भावभीनी श्रद्धांजलि :-
शहीद मनीष को श्रद्धांजलि देने 5 हज़ार से भी अधिक लोग ग्राम खरेंगा के मुक्तिधाम में पहुंचे थे। गौर करने वाली बात यह है कि पुरुष वर्ग के साथ-साथ महिलाएं भी मुक्तिधाम में शहीद मनीष को अंतिम विदाई देने पहुंची थीं। शमशान घाट में प्रायः महिलाएं जाती नहीं हैं,लेकिन मनीष के अंतिम दर्शन करने व श्रद्धासुमन अर्पित करने पारम्परिक वर्जनाओं को तोड़ते हुए महिलाओं और ग्राम की युवतियों ने भी बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाई।