कश्मीर से कन्याकुमारी की पदयात्रा करेंगे सैनी
तीन महीने में 3 इंडिया रिकॉर्ड बना चुके कृष्ण कुमार सैनी की नजर अब वर्ल्ड रिकॉर्ड पर है। सैनी अब कश्मीर से कन्याकुमारी की पदयात्रा करने जा रहे है। उनकी ये पदयात्रा 5 जनवरी से शुरू हो रही है। सैनी को उम्मीद है कि उनकी ये पदयात्रा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' नारे के साथ नवापारा-राजिम निवासी कृष्ण कुमार सैनी कश्मीर से कन्याकुमारी की पदयात्रा पर निकलने वाले है। उनकी यह पदयात्रा 5 जनवरी को कन्याकुमारी से शुरू होगी और 24 फरवरी को श्रीनगर में संपन्न होगी।
पेशे से पत्रकार सैनी ने इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' नारे के साथ उन्होंने 50 दिन में अपनी पदयात्रा पूरी करने का लक्ष्य रखा है। पदयात्रा कन्याकुमारी से आधुनिक भारत के जनक स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण से प्रारंभ होगी और कश्मीर के श्रीनगर स्थित लाल चौक पहुंचकर संपन्न होगी।
सैनी ने बताया कि पदयात्रा लगभग 4 हजार किमी का सफर तय करते हुए 12 राज्यों से गुजरेगी। वे प्रतिदिन 80 से 90 किमी की दूरी तय करेंगे। पदयात्रा को पैदल और दौड़कर पूरा किया जाएगा। उनकी इस पदयात्रा का मकसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के नारे को बुलंद करना है। भारत एक है और विश्व की सभी संस्कृतियों में श्रेष्ठ भी है। इस संबंध में उन्होनें कहा कि आजादी के बाद से भारत निरंतर प्रगतिपथ पर अग्रसर है। अब देश एकजुटता एवं अखंडता के साथ वैश्विक महाशक्ति बनने जा रहा है।
बतादें कि सैनी हाल ही में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत तीन महीने में 3 बड़ी पदयात्राएं कर चुके है। जिसमें 12-13 जून को 26 घंटे 44 मिनट में 140.6 किमी की नॉन स्टॉप पदयात्रा, 01 से 11 जुलाई तक 10 दिन में रायपुर के चंदखुरी माता कौशल्या मंदिर से जगन्नाथ पुरी की 603.5 किमी और 16 दिन में 1094.54 किमी से अधिक की पदयात्रा शामिल है। उनकी ये तीनो पदयात्राएं इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हो चुकी है।
सैनी ने बताया कि इस बार उन्हें गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड से भी अनुमति ली है। यदि पदयात्रा निर्धारित समय मे पूरी हुई तो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हो सकती है। फिलहाल यह रिकॉर्ड नेवी के दो अधिकारियों संजय कुमार और राम रत्न जाट के नाम पर दर्ज है। उन्होंने 2021 में 52 दिन में यह पदयात्रा पूरी कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है।
सैनी के मुताबिक फिलहाल वे इसकी तैयारी में जुटे है और प्रतिदिन 40 किमी की दौड़ लगा रहे है।