यह अगस्त की क्रांति साथियों,नया सबेरा लाएगी,बेपरवाह,निरंकुश सरकारों को सबक सिखाएगी ।
हम अपना अधिकार मांगते,कोई भीख नहीं मांगा है,एच आर तो दिया नही,डी ए भी अब तक आधा है ।निष्ठा से करते है काम,काम के लेंगे पूरे दाम,न्याय की खातिर लड़ जाएंगे,हो चाहे जो भी अंजाम ।बंद रहेगा छत्तीसगढ़,कलम बंद होगी हड़ताल,पता लगा लो ऑफिस-आफिस, कर लो स्कूलों की पड़ताल ।
बात हमारी नही सुनी तो,कुर्सी अब हिल जाएगी,यह अगस्त की क्रांति साथियों,नया सबेरा लाएगी ।जो चमचे ऑफिस में जाकर,अपनी कलम चलाएंगे,गिरकर अपनी ही नजरो से,खुद से ही शरमाएँगे ।गद्दारो को माफ न करना,ये विध्वंसक होते है,समय मारता है जब इनको,फिर पछता कर रोते है।कुछ अवसरवादी भी है जो अवसर का लाभ उठाएँगे,करना धरना कुछ भी नहीं पर साथ श्रेय ले जाएंगे ।
अब तक जो भटके है साथी,उन्हें भी राह दिखाएगी,यह अगस्त की क्रांति साथियों, नया सबेरा लाएगी ।रहो संगठित,करो संगठित,संगठन बन जाओ तुम,संघे शक्ति क्लॉयुगे,बार-बार बतलाओ तुम ।आज बता दो अपनी क्षमता,अपनी ताकत की परिभाषा,बातचीत के तौर तरीके,शब्दो की होती क्या भाषा ।फिर भी ना मानें तो मित्रों,चुनाव की तिथि नवम्बर है,अत्याचारी पांच बरस का,फिर तो अपना नम्बर है ।आज सफलता खड़ी द्वार पर,गीत विजय के गायेगी यह अगस्त की क्रांति साथियों,नया सबेरा लाएगी