प्रदेश के स्वास्थ मंत्री टीएस सिंहदेव पहुँचे किडनी प्रभावित गाँव सुपेबेडा ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी नवीन स्वास्थ केंद्र का किया भूमिपूजन
प्रदेश के स्वास्थ मंत्री टीएस सिंहदेव पहुँचे किडनी प्रभावित गाँव सुपेबेडा ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी नवीन स्वास्थ केंद्र का किया भूमिपूजन
इस दौरान स्वास्थ मंत्री ने 61 लाख 96 हजार रुपयों से बनने वाले नवीन स्वास्थ केंद्र का भूमिपूजन किया ग्रामीणों ने इस दौरान स्वास्थ मंत्री से पेयजल व्यवस्था के लिए तेल नदी का पानी गाँव मे पहुँचाने की मांग की जिस पर स्वास्थ मंत्री टी एस सिंहदेव ने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि आने वाले तीन वर्षों में जल जीवन मिशन के तहत राज्य के सभी गावों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध करायी जाएगी।
इस दौरान स्वास्थ मंत्री ने 61 लाख 96 हजार रुपयों से बनने वाले नवीन स्वास्थ केंद्र का भूमिपूजन किया ग्रामीणों ने इस दौरान स्वास्थ मंत्री से पेयजल व्यवस्था के लिए तेल नदी का पानी गाँव मे पहुँचाने की मांग की जिस पर स्वास्थ मंत्री टी एस सिंहदेव ने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि आने वाले तीन वर्षों में जल जीवन मिशन के तहत राज्य के सभी गावों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध करायी जाएगी।
स्वास्थ मंत्री ने अपने दौरे के दौरान सुपेबेडा में संचालित वैकल्पिक स्वास्थ केंद्र का निरीक्षण कर वहाँ के मेडिकल स्टाफ डॉक्टर नर्स एवं अन्य स्टाफ को जरूरी दिशा निर्देश दिए साथ ही अस्पताल में मौजूद दवाइयों और सुविधाओं का अवलोकन भी किया।
सुपेबेडा गाँव ऐसे ही सुर्खियों में नही आया है। दरअसल गरियाबंद जिले के अंतिम छोर में बसे इस गाँव मे पिछले एक दशक में बहुतों ने किडनी की बीमारी के चलते अपनी जान गवा दी ग्रामीणों के मुताबिक किडनी की बीमारी के चलते 100 से भी अधिक लोगों ने अपनी जान गवाई है। मगर सरकार के आंकड़ों में 78 है।
कहा ये जाता है कि गाँव के पेयजल के स्रोतों में भारी धातुवें है जिसके पीने से लोगों की किडनी खराब हो जाती है। ग्रामीण भी सालों से सरकार से शुद्ध पेयजल की मांग करते आए है। वर्ष 2019 में सरकार ने एक आर्सेनिक रिमूवल प्लांट लगाया मगर ये कारगर साबित नही हुआ ग्रामीण लगातार तेल नदी से पेयजल उपलब्ध कराने की मांग सरकार से करते आए है। सरकार ने भी लोगों से वादा किया योजनाएं भी बनी मगर वादा अब भी अधूरा ही है। बस कुछ है तो सुपेबेडा वासियों को शुद्ध पेयजल जल्द मिलने की आस बाकी है।