अब UP, बिहार की तर्ज पर धमतरी में अवैध प्लांटिंग का खेल....गुजराती कालोनी के पीछे बड़े पैमाने पर कृषिभूमि में प्लॉट कटिंग.....भू- माफियाओं ने रेरा के नियमों की उडाई धज्जियां.....पढिए पूरी खबर.....!
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धमतरी 31 मई 2022। धमतरी- जिला मुख्यालय समेत उसके आसपास क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश और बिहार की तर्ज पर कृषि भूमि की बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग कर बिना डायवर्सन के खरीद बिक्री करने का गोरखधंधा तेजी से पनप रहा है.....जिले में गुजराती कालोनी के पीछे अर्जुनी खार में नामचीन भू माफिया सक्रिय हैं...राजस्व विभाग की कथित सांठगांठ से जारी अवैध कालोनियों की खरीद फरोख्त के मामले में प्रशासनिक उदासीनता से जिला प्रशासन की भूमिका पर भी सवालिया निशान लग रहा है...शहर से लेकर गांव तक अनुमति के बगैर जमीन की अफरा तफरी को अंजाम दिया जा रहा है...टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के बिना कई एकड़ खेती वाली जमीन बेची जा रही है। प्रशासनिक अनुमति के बगैर मुरुम की सड़क बनाकर प्लाट कटिंग करने और बेचने का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है....जिला प्रशासन की उदासीनता की वजह से अवैध प्लाटिंग करने वाले आपराधिक प्रवृत्ति के भू-माफियाओं के हौसले बुलंद हैं।
धमतरी के आसपास गांवों में कालोनाइजर एक्ट की धज्जियां उड़ाते हुए भू-माफियाओं ने कृषि भूमि को बिना डायवर्सन कराए प्लाटिंग कर बेच दी है...और बेचने का सिलसिला जारी है....धमतरी शहर के अम्बेडकर चौक, अमलतासपुरम के सामने,भटगांव रोड,कलेक्टोरेट के पीछे,बालाजी कालोनी,रुद्री,शांति कालोनी,गुजराती कालोनी के पीछे अर्जुनी खार,खपरी,समेत इन गांवों में अवैध प्लाटिंग कर जमीन की खरीद बिक्री में भू माफिया मालामाल हो रहे है। ऐसे ही भू-माफिया बगैर प्रशासनिक अनुमति के कई एकड़ कृषि भूमि को बगैर डायवर्सन कराए अवैध प्लाटिंग कर बेचने की तैयारी में हैं। किसानों को झांसे में लेकर कम दाम में जमीन का सौदा कर बगैर प्रशासनिक अनुमति के अवैध प्लाटिंग की जा रही है...
धमतरी शहर के जागरूक लोगो का कहना है कि गुजराती कालोनी के पीछे अर्जुनी खार में बड़े पैमाने पर कृषि भूमि को प्लाट कटिंग कर भू- माफिया के द्वारा बेचा जा रहा हैं... लोगो का ये भी कहना है...रेरा के नियमों कायदों को ताक में रखकर अवैध प्लॉटिंग का काम कर रहे है...लेकिन इन भू-माफियाओ पर प्रशासन कार्रवाई क्यो नही कर रही है..ये समझ से परे है।
बताया जा रहा है कि अवैध प्लाटिंग का काम जो जमील दलाल कर रहे हैं,उनका रेरा में पंजीयन तक नहीं हैं। किसानों की खेती की जमीन का सौदा कर,कृषि भूमि का बगैर डायवर्सन प्लाट के रुप में टुकड़े कर रहे हैं। जिन्हें खुद का प्रोजेक्ट बताकर धड़ल्ले से बेरोक टोक बेचा जा रहा है। इसके लिए जमीन माफिया खुद ही मुरुम की सड़कें भी बनावा रहे हैं। लोगो को नेशनल हाइवे और स्टेट हाइवे में प्लाट का झांसा दिया जा रहा। प्लाट में 25 से 30 फीट सड़क और आकर्षक उपहार बताकर प्लाटिंग के अवैध कार्य को बेखौफ अंजाम दिया जा रहा।
हालांकि गुजराती कालोनी के पीछे हो रहे अवैध प्लांटिंग की शिकायत जिला कलेक्टर तक पहुँच गई...अब जल्द ही कार्रवाई होने की उम्मीद जताई जा रही है।