गरियाबंद जिले के हथखोज गाँव में शासन प्रशासन के नाक के नीचे खुलेआम रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन का कार्य धड़ल्ले से जारी है, रेत माफिया अवैध तरीके से रेत उत्खनन कार्य को अंजाम देने में लगे है।
छत्तीसगढ़ की जीवनदायिनी कही जाने वाली महानदी का सीना इन दिनों रेत माफिया छलनी करने में लगे है, ताजा मामला गरियाबंद जिले के हथखोज गाँव का है, जहाँ शासन प्रशासन के नाक के नीचे खुलेआम रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन का कार्य धड़ल्ले से जारी है, नियम कायदों को ताक में रखकर खुलेआम रेत माफिया अवैध तरीके से रेत उत्खनन कार्य को अंजाम दे रहे है।
रेत माफियाओं को न प्रशासन का भय न पुलिस का ये तस्वीर है आधी रात की जब रेत का काला खेल खेला जाता है, छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के हथखोज गाँव में सारे नियम कानून को ताक में रखकर सरेआम रात में रेत के अवैध खनन का काम धड़ल्ले से जारी है, पर्यावरण और सर्वोच्च न्यायलय के नियम का पालन तो दुर रेत माफिया इतने मदमस्त की बगैर रॉयल्टी पीटपास के ही सैकड़ों की संख्या में ट्रकों में रेत का अवैध तरीके से परिवहन कर रहे है।
ग्रामीणों का आरोप है, कि पिछले 15 दिनों से रोजाना रात में बड़ी संख्या में हाइवा ट्रक अवैध रेत उत्खनन कर परिवहन में लगी हुई है, मगर खनिज विभाग इस पूरे मामले में मौन साधे हुए है, जो कई सवालों को जन्म देता है।
अवैध रेत उत्खनन के चलते शासन को रोजाना लाखों का चूना लग रहा है, मगर मजाल है, कि खनिज विभाग इस पर कोई कार्यवाही कर दे जिले के हथखोज गाँव से लगे पोखरा गाँव मे आज लोगों का गुस्सा फूटा और लोगों ने बेधड़क तेज रफ्तार इन अवैध गाड़ियों को रोककर विरोध जताया इस दरमियान गाँव के सरपंच सतीश यादव ने माइनिंग विभाग के अधिकारियों को फोन लगाकर सूचना देने का प्रयास भी किया मगर विभाग के जिम्मेदार फोन उठाना भी उचित नही समझे।
इस दरमियान मीडिया ने भी उन ट्रक वालों से पूछा तो मामले का खुलासा हुआ कि बगैर रॉयल्टी पीटपास के ही अवैध तरीके से मशीन के जरिए रेत का अवैध उत्खनन कर खनिज संपदा का दोहन किया जा रहा है, वहिं ग्रामीणों ने खनिज विभाग के इस गैर जिम्मेदार रवैये को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है।
ग्रामीण लगातार इन बेधड़क चल रहे हाइव से दुर्घटना की संभावना भी जता चुके है, पोखरा गाँव के लोगों का कहना है, तेज रफ्तार ओवर लोडेड हाइवा से गाँव मे हादसे का अंदेशा बना हुआ रहता है, साथ ही भारी वाहनों के चलते सड़कें भी गड्ढों में तब्दील होते जा रही है, ग्रामीणों का कहना है, रेत माफिया खनिज विभाग से साठ गांठ अवैध उत्खनन का कार्य कर रहा है, ग्रामीण इसी को लेकर अपना विरोध भी जता रहे है, बहरहाल इन सब के बावजूद खनिज विभाग आँखे मूंदे बैठा है, रेत माफियाओं पर कार्यवाही कब होगी ये फिलहाल देखने वाली बात होगी।
खबर लिखे जाने तक खनिज विभाग या प्रशासन का कोई भी जिम्मेदार मौके पर नही पहुँचा है, जिसके चलते ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।