गरियाबंद: ASP सुखनंदन राठौर को आज जिले के पत्रकारों के द्वारा उनके सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन किया
गरियाबंद। ढाई साल जिले के एएसपी रहे सुखनंदन राठौर का तबादला हो गया है। अब वे राजधानी रायपुर में ATS मुख्यालय में अपनी सेवाएं देंगे। आज जिले के पत्रकारों द्वारा उनके सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन रखा जिसमे उन्होंने दिल के कई राज पत्रकारों के सामने खोले।
विदाई भाषण के दौरान उन्होंने अपने कार्यकाल में जनता से मिले प्यार पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गरियाबंद की जनता ने उन्हें जो मान और सम्मान दिया है उसे वह कभी नही भूल पाएंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस और जनता के बीच बने मैत्री संबंधों के कारण उनका ढाई साल का कार्यकाल यादगार रहा। पत्रकारों से सम्बन्धो को भी उन्होंने शानदार बताया है।
कार्यक्रम में पहुंची एमपी पारुल माथुर ने भी उनकी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि सुखनंदन राठौर एक अनुभवी अधिकारी है और उनके आते ही सुखनंदन राठौर का तबादला हो जाना उनके लिए दुखद है। एसपी ने राठौर के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
कार्यक्रम में उपस्थित पत्रकारों ने भी एएसपी के साथ अपने अनुभवों को साझा किया। किसे ने उन्हें सरल और सहज इंसान बताया तो किसी ने मुसीबत में अपने की तरह साथ देने वाला बताया। किसी ने उनके साथ बिताए पलो को याद किया तो किसी ने भविष्य में भी उनसे ऐसे ही सम्बंध बनाये रखने का आग्रह किया। सहायक जनसंपर्क अधिकारी पोषण साहू ने भी एएसपी राठौर के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें विदाई दी है।
कहना गलत नही होगा कि एएसपी सुखनंदन राठौर ने लोगो के मन मे ऐसा विश्वास बनाया कि हर किसी की जुबान पर मुसीबत में एक ही शब्द आता था "राठौर साहब है चिंता मत करो" अर्थात लोगो को विश्वास था कि सुखनंदन राठौर के पास जाकर यदि वे अपनी फरियाद सुनाएंगे तो उनको न्याय जरूर मिलेगा। राठौर हर बार लोगो की इस उम्मीद पर खरे भी उतरे और लोगो के मन में गहरा विश्वास भी अर्जित किया।
यही कारण की आज कुछ युवा उनका तबादला रुकवाने के लिए शासन प्रशासन से गुहार लगा रहे है। यहां तक कि धरना प्रदर्शन तक करने की बात युवाओ द्वारा कही जा रहीं है। इसमे कोई शक नही कि ऐसे अधिकारियों के तबादले पर लोगो का दुखी होना जायज है। जिन अधिकारियों कर्मचारियों के तबादले रुकवाने के लिए जनता आवाज उठाने लग जाये ऐसे अधिकारियों कर्मचारियों के लिए इससे बड़ा सम्मान और कुछ नही हो सकता।
पत्रकार मनोज वर्मा, कृष्ण कुमार सैनी, गोरेलाल सिन्हा, पुरुषोत्तम पात्र, राकेश साहू, ज्ञानेश तिवारी, जीवन एस साहू, राधे श्याम सोनवानी, थनेश्वर साहू, सागर मयानी, पुरेन्द्र साहू,बलराम नायक, डॉ प्रदीप बरई, दीपिका बरई, महेंद्र शहीस, किशन नागेश, गिरीश जगत और रमेश देवदास ने उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।