गरियाबंद किसान को लोन दिलाने की एवज में बैंक मैनेजर ने मांगा कमीशन किसान ने थाने में दर्ज कराई शिकायत
गरियाबन्द के उरमाल स्थित यूनियन बैंक के शाखा में कृषि लोन के बदले कमीशन की राशि नही देने के एवज में बैंक मैनेजर द्वारा ऋणपुस्तिका बंधक बनाए जाने का मामला सामने आया है, पीड़ित किसान ने इसकी लिखित शिकायत कर एक आइडियो भी दिया है, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
क्या है पूरा मामला
छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा तो कहा जाता है, लेकिन किसान किस कदर परेशान रहता है, इसका ताजा मामला जिले के देवभोग में देखा जा रहा है ,जहाँ पर कृषि आदर्श ग्राम माहुलकोट का किसान डिंगर नागेश ने KCC ( किसान क्रेडिट कार्ड ) के जरिये 3 लाख का लोन निकाला ,1 लाख 65 हजार डेयरी लोन काटकर 1 लाख 28 हजार का नगद लोन दिया, जिसके बाद यूनियन बैंक उरमाल के बैंक मैनेजर बीआर भारद्वाज के द्वारा किसान से कमीशन मांगा जा रहा है, व फोन कर पीड़ित किसान को फोन कर दबाव भी बना रहा है ,पीड़ित किसान डिंगर नागेश ने जब कमीशन देने से मना कर दिया तो बैंक मैनेजर ने किसान के जमीन का पट्टा को बंधक बनाकर रखा है ।
किसान के पास ऑडियो भी है, जिसमे बैंक मैनेजर द्वारा अपना हिस्सा मांगा जा रहा है, हिस्सा नही देने पर बैंक लोन वापस करने दबाव भी बना रहा है, समर्थन मूल्य में धान बेचने ऋणपुस्तिका की आवश्यकता होती है, योजना से वंचित होने के भय से अब पीड़ित किसान ने ऋणपुस्तिक मुक्त कराने थाने का शरण लिया है, लोन के एवज में किसान डिंगर के साथ घटित यह घटना केवल एक बानगी है, इस ब्रांच पर ऋणमाफी योजना व लोन के नाम पर दलालो के साथ साठ गाठ कर लाखो की हेराफेरी का आरोप पहले भी लग चुका है, आधा दर्जन आवेदनों की जांच पुलिस पहले से कर रही है, हालांकि अब देवभोग थाना प्रभारी ने जांच कर उचित कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया है, जबकि इस पूरे विषय पर बैंक मैनेजर बीआर भारद्वाज ने कैमरे के सामने कुछ कहने से मना कर दिया है, अब देखना होगा की बंधक पड़े जमीन के पट्टे व फर्जी तरीके से लाखों के लोन निकालने के अन्य मामलों में किसानों को कब तक न्याय मिलता है।