गरियाबंद जिले के दौरे पर पहुंचे गृहमंत्री के सामने फूटा कार्यकर्ताओ का गुस्सा, निशाने पर आए राजिम विधायक
गरियाबंद। जिले के दौरे पर पहुंचे प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू को आज कार्यकर्ताओ की नाराजगी झेलनी पड़ी। राजिम विधायक अमितेष शुक्ल भी कार्यकर्ताओ के निशाने पर रहे। हालांकि प्रभारी मंत्री ने कार्यकर्ताओं की मंशा को भांपते हुए सबकुछ ठीक करने का भरोसा दिलाया है।
मंत्री को सौपा ज्ञापन
लंबे अंतराल के बाद गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू आज जिले के दौरे पर पहुंचे। हालांकि उनका कार्यक्रम अधिकारियों की मीटिंग लेने का था। लेकिन इससे पहले उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं की नाराजगी झेलनी पड़ी। बड़ी संख्या में शामिल कार्यकर्ताओ ने अपनी शिकायत को लेकर मंत्री को ज्ञापन सौंपा।
जेल संदर्शक नियुक्ति को लेकर नाराजगी
दरअसल गरियाबंद उपजेल में हाल ही में जेल संदर्शक मनोनीत किया गया है। इस पद पर जिस महिला नेत्री की नियुक्ति की गई है। पार्टी कार्यकर्ता उससे खुश नही है। क्योंकि नियुक्ति विधायक और प्रभारी मंत्री की अनुशंसा पर हुई है। कार्यकर्ताओ का आरोप है कि जिस महिला नेत्री की नियुक्ति की गई है वह दूसरी पार्टी की कार्यकर्ता है। आज जैसे ही दोनो नेता जिला मुख्यालय पहुंचे तो कार्यकर्ताओ का गुस्सा फूट पड़ा। कार्यकर्ताओ का कहना था कि क्या कांग्रेस में इस पद के लिए कोई योग्य कार्यकर्ता नही था।
विधायक और गृहमंत्री को लेकर कार्यकर्ताओ में भारी नाराजगी देखने को मिली। जिलाध्यक्ष भावसिंह साहू भी नियुक्ति से संतुष्ट नही है। कुछ कार्यकर्ता तो इतने नाराज है उन्होंने मंत्रीजी पर कार्यकर्ताओं की पहचान नही होंने का आरोप लगाया है। ऐसे कार्यकर्ताओ का कहना है कि प्रभारी मंत्री को जिले से लगाव नही है।
मंत्री ने भांपी कार्यकर्ताओं की भावना
पार्टी के कार्यकर्ता ही जब मंत्री को ज्ञापन देने के लिए खड़े हुए। और अपनी नाराजगी प्रकट करने लगे तो मंत्री कार्यकर्ताओ की भावनाओ को भांप गए। उन्होंने जेल संदर्शक के पद पर हुई नियुक्ति को निरस्त करने का भरोसा दिलाया।
जिले की दो विधानसभा में से एक पर कॉंग्रेस विधायक काबिज है। जिले के प्रभारी एवं गृहमंत्री भी प्रदेश के कद्दावर नेता है। उसके बाबजूद भी जिले का विकास थम सा गया है। प्रभारी एवं गृहमंत्री और विधायक के पास अपने दो साल के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाने के लिए कोई लंबी लिस्ट नही है। इस बात से पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता भी मायूस है।