राजिम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप मरीज की मौत के बाद हुए टेस्ट में मृतक निकला कोरोना पॉजिटिव
गरियाबंद के राजिम अस्पताल में आज एक मरीज की मौत हो गई मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है, परिजनों का कहना है यदि मरीज को सही समय पर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो जाती तो शायद मरीज की जान बच सकती थी, वहिं मौत के बाद हुए टेस्ट में मृतक की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है ।
मामला सेमहरतरा गांव का है, जहां एक व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ होने पर आज राजिम के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे रायपुर रेफर कर दिया, मगर एंबुलेंस सुविधा नहीं होने के चलते मरीज ने अस्पताल में दम तोड़ दिया ।
मरीज के साथ मौजूद जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि, डेढ़ घंटे तक मरीज अस्पताल में रहा इस दौरान न तो मरीज को इलाज मिल पाया न ही एम्बुलेंस जिसके चलते मरीज ने आखिरकार दम तोड़ दिया ।
इस मामले में राजिम बीएमओ वीरेंद्र हिरोंदइया ने कहा कि मरीज का ऑक्सिजन लेवल बहुत कम हो गया था, उसके बचने के बहुत कम चांस थे, उसके बावजूद भी मरीज को बचाने के लिए अस्पताल के डॉक्टरों ने प्रयास किया, लेकिन उन्हें नही बचाया जा सका है, एम्बुलेंस चालक के सम्बंध में उन्होंने बताया कि चालक खाना खाने गया हुआ था, और कुछ ही देर बाद वापस लौट आया ।
बीएमओ ने जानकारी देते हुए बताया कि मरीज का कल कोविड 19 टेस्ट हुआ था, जिसकी रिपोर्ट नही आई थी, लेकिन आज मौत के बाद हुए जांच में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है ।वहिं राजिम एसडीएम जीडी वाहिले ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बीएमओ को नोटिस जारी कर स्पस्टीकरण प्रस्तुत करने कहा है ।