छत्तीसगढ़
जिले में पिछले 48 घंटे से भी अधिक वक़्त हो चुके है, और बारिश है, जो थमने का नाम नही ले रही है, गरियाबंद जिले में भी लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते आम जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त है, बड़ी नदियों से लेकर छोटी नदी और नाले भी उफान पर है, जिले के सिकासर डेम और धमतरी जिले के सोंढुर बांध भी लबालब हो चुके है, लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए दोनों ही बांधों से पानी छोड़ा गया है ।
वहिं दूसरी ओर जिले के पर्यटन स्थल की प्राकृतिक सौंदर्यता देखते ही बन रही है, गरियाबंद के जतमई और घटारानी वाटरफॉल्स अपने पूरे शुरुर पर है, इस मौसम में दोनों ही वाटरफॉल्स लोगों से गुलजार रहते है, मगर कोरोनाकाल के चलते लोगों की आवाजाही पर रोक लगा हुआ है, और फिलहाल पर्यटकों के आने को लेकर पाबंदी है ।
स्थानीय प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक सिकासर बांध से आज सुबह 9 बजे के करीब 12000 क्यूसेक पानी पैरी नदी में छोड़ा गया है, वहिं सोंढुर बांध से भी 2400 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की जानकारी प्रशासन ने दि है, प्रशासन ने पैरी नदी के किनारे बसे गावों को भी अलर्ट किया है, साथ ही बाढ़ आपदा प्रबंधन दल को भी अलर्ट
जिले में लगातार हो रही बारिश से आम जनजीवन हुआ अस्त व्यस्त तो वहिं गरियाबंद के पर्यटन स्थल जतमई घटारानी वाटरफॉल पूरे सबाब पर है
Thursday, August 27, 2020
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जिले में पिछले 48 घंटे से भी अधिक वक़्त हो चुके है, और बारिश है, जो थमने का नाम नही ले रही है, गरियाबंद जिले में भी लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते आम जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त है, बड़ी नदियों से लेकर छोटी नदी और नाले भी उफान पर है, जिले के सिकासर डेम और धमतरी जिले के सोंढुर बांध भी लबालब हो चुके है, लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए दोनों ही बांधों से पानी छोड़ा गया है ।
वहिं दूसरी ओर जिले के पर्यटन स्थल की प्राकृतिक सौंदर्यता देखते ही बन रही है, गरियाबंद के जतमई और घटारानी वाटरफॉल्स अपने पूरे शुरुर पर है, इस मौसम में दोनों ही वाटरफॉल्स लोगों से गुलजार रहते है, मगर कोरोनाकाल के चलते लोगों की आवाजाही पर रोक लगा हुआ है, और फिलहाल पर्यटकों के आने को लेकर पाबंदी है ।
स्थानीय प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक सिकासर बांध से आज सुबह 9 बजे के करीब 12000 क्यूसेक पानी पैरी नदी में छोड़ा गया है, वहिं सोंढुर बांध से भी 2400 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की जानकारी प्रशासन ने दि है, प्रशासन ने पैरी नदी के किनारे बसे गावों को भी अलर्ट किया है, साथ ही बाढ़ आपदा प्रबंधन दल को भी अलर्ट
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