कोरोना वायरस
छत्तीसगढ़
गरियाबंद जिले में कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव हेतु विगत दिवस जिला कार्यालय के सभाकक्ष में निजी अस्पताल संचालकों की बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर छतर सिंह डेहरे की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग एवं जिले के आईएमए के सदस्यों को आईएलआई (गंभीर बुखार, सर्दी खांसी एवं सांस लेने में दिक्कत होने वाले मरीजों की) सूची संधारित करने एवं उक्त मरीज को कोविड-19 कोरोना जांच हेतु नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भेजने तथा उसका फाॅलोअप लेने हेतु निर्देशित किया गया। सर्दी बुखार खांसी के मरीजों के लिए अलग से ओपीडी बनाकर उनकी जानकारी रजिस्टर में संधारित कर प्रतिदिन जिला कार्यालय को रिपोर्टिंग करने कहा गया है। कलेक्टर डेहरे ने बाहर से आने वाले व्यक्तियों का टेव्हल हिस्ट्री रखने और गर्भवती एवं 60 साल से उपर जिन्हें बीपी शुगर, किडनी, हृदय रोग संबंधित मरीजों को अनिवार्य रूप से कोविड-19 टेस्ट कराये जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने ओपीडी तथा आईपीडी में आने वाले मरीजों को स्टेण्डर्ड आॅपरेर्टिंग प्रोसिजर के तहत सामाजिक दुरी बनाकर रहने, सेनेटाईजर का इस्तेमाल करने, मास्क पहनने व सुरक्षा निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करने निर्देशित किया। कलेक्टर ने आने वाले समय में कोविड धनात्मक मरीज बढ़ने पर निजी चिकित्सालय में रखने हेतु कोविड-19 के दिशा-निर्देश का पालन करते हुए आवश्यक व्यवस्था तैयार रखे जाने के निर्देश दिये। निजी चिकित्सालयों में धनात्मक मरीजों की जानकारी छिपाने जाये जाने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। बैठक में अपर कलेक्टर जे.आर. चैरसिया, सीएमएचओ डाॅ. एन.आर. नवरत्न, सिविल सर्जन डाॅ. जी.एल. टण्डन, डीपीएम डाॅ रीना लक्ष्मी और जिले के निजी अस्तपाल संचालक एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
कोविड-19 के रोकथाम हेतु निजी अस्पताल संचालकों की बैठक
Monday, August 31, 2020
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गरियाबंद जिले में कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव हेतु विगत दिवस जिला कार्यालय के सभाकक्ष में निजी अस्पताल संचालकों की बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर छतर सिंह डेहरे की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग एवं जिले के आईएमए के सदस्यों को आईएलआई (गंभीर बुखार, सर्दी खांसी एवं सांस लेने में दिक्कत होने वाले मरीजों की) सूची संधारित करने एवं उक्त मरीज को कोविड-19 कोरोना जांच हेतु नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भेजने तथा उसका फाॅलोअप लेने हेतु निर्देशित किया गया। सर्दी बुखार खांसी के मरीजों के लिए अलग से ओपीडी बनाकर उनकी जानकारी रजिस्टर में संधारित कर प्रतिदिन जिला कार्यालय को रिपोर्टिंग करने कहा गया है। कलेक्टर डेहरे ने बाहर से आने वाले व्यक्तियों का टेव्हल हिस्ट्री रखने और गर्भवती एवं 60 साल से उपर जिन्हें बीपी शुगर, किडनी, हृदय रोग संबंधित मरीजों को अनिवार्य रूप से कोविड-19 टेस्ट कराये जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने ओपीडी तथा आईपीडी में आने वाले मरीजों को स्टेण्डर्ड आॅपरेर्टिंग प्रोसिजर के तहत सामाजिक दुरी बनाकर रहने, सेनेटाईजर का इस्तेमाल करने, मास्क पहनने व सुरक्षा निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करने निर्देशित किया। कलेक्टर ने आने वाले समय में कोविड धनात्मक मरीज बढ़ने पर निजी चिकित्सालय में रखने हेतु कोविड-19 के दिशा-निर्देश का पालन करते हुए आवश्यक व्यवस्था तैयार रखे जाने के निर्देश दिये। निजी चिकित्सालयों में धनात्मक मरीजों की जानकारी छिपाने जाये जाने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। बैठक में अपर कलेक्टर जे.आर. चैरसिया, सीएमएचओ डाॅ. एन.आर. नवरत्न, सिविल सर्जन डाॅ. जी.एल. टण्डन, डीपीएम डाॅ रीना लक्ष्मी और जिले के निजी अस्तपाल संचालक एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
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