छत्तीसगढ़
राजनीति
गरियाबंद - जिला कांग्रेस अध्यक्ष भावसिंह साहू ने बुधवार को कांगे्स भवन में पत्रकारो से चर्चा करते हुए भाजपा नेताओ पर नक्सलियो के साठगाठ होने का आरोप लगाया है। उन्होने कहा कि झीरम घाटी के पीछे भाजपा नेताओ की संलिप्ता है इसलिए भाजपा के नेता नही चाहते की इसकी जांच हो। उन्होने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर भी जानमुझ कर सीबीआई जांच ना कराने का आरोप लगाया है। जिला अध्यक्ष साहू ने कहा कि आज झीरम घटना को सात साल हो गए है जनता घटना की हकीकत जानना चाहती है कि आखिर घटना के पीछे क्या कारण था और यह षडयंत्र किसने रचा था क्या कांग्रेस के शीर्ष नेताओ की बेरहमी से हत्या कर दी है गई
भाजपा नही चाहती कि इसका सच सामने आए। कांग्रेस के दबाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने विधानसभा में सीबीआई जांच की घोषणा की थी लेकिन जब 2016 में सीबीआई ने इंकार कर दिया तो इस बात को उन्होने छुपाये रखा। पत्रकारो से चर्चा में उन्होने कहा कि नक्सलियो के साथ शुरू से ही भाजपा की साठगाठ है, भाजपा इसका लाभ उठाती रही। वर्ष 2008 में सलवा जुडुम के दौरान भी नक्सलियो के मदद से भाजपा ने बस्तर में 12 मे से 11 सीटे जीती। नक्सली नेता पोडियम लिंगा ने गिरफ्तारी के बाद इसका खुलासा किया। पुलिस को बताया था कि उसने भाजपा विधायक रहे स्व. भीमा मंडावी की मदद की, 2011 लोकसभा उपचुनाव में नक्सलियो ने दिनेश कश्यप की भी मदद की थी। ये नक्सली नेता भीमा मंडावी के गांव का ही उसका भतीजा था। इसके अलावा दंतेवाड़ा से भाजपा जिला उपाध्यक्ष जगत पुजारी को भी पुलिस ने नक्सलियो की मदद करने के आरोप गिरफ्तार किया। वही मदद देने की बात कहकर धोखा देने पर भाजपा नेता शिवदयाल सिंह तोमर की हत्या भी कर दी थी। इससे स्पष्ट है कि भाजपा नेताओ का नक्सलियो से संबंध रहा है।
एनआईए की भूमिका संदिग्ध
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि घटना की जांच कर रही एनआईए की भूमिका भी संदिग्ध है। पहले 2016 में कहा कि जांच पूरी हो गई। परंतु भूपेश सरकार आने के बाद जब राज्य सरकार के द्वारा गठित एसआईटी ने जांच के लिए फाइल मांगी तो उन्होने देने से इंकार कर दिया और कहा कि जांच अधुरी है। फाइल नही मिलने से एसआईटी जांच नही कर पा रही हैं। एनआईए की जांच में भी कांग्रेस ने दस खामिया गिनाई है जिसका जबाव एनआईए ने नही दिया। उदय मुदलियार के बेटे जितेन्द्र मुदलियार ने भी जांच से असंतोष जताते हुए एफआईआर दर्ज कराई है जिससे एनआईए फिर से हरकत में आई है। इस अवसर पर ब्लाक अध्यक्ष बीरू यादव, ओम राठोर, कृष्णकुमार शर्मा, राजेश साहू, जुली मेमन सहित अन्य कांग्रेसी मौजुद थे।
झीरम घाटी घटना के जांच से भाजपा को किस बात का डर - भावसिंह साहू
Wednesday, June 24, 2020
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गरियाबंद - जिला कांग्रेस अध्यक्ष भावसिंह साहू ने बुधवार को कांगे्स भवन में पत्रकारो से चर्चा करते हुए भाजपा नेताओ पर नक्सलियो के साठगाठ होने का आरोप लगाया है। उन्होने कहा कि झीरम घाटी के पीछे भाजपा नेताओ की संलिप्ता है इसलिए भाजपा के नेता नही चाहते की इसकी जांच हो। उन्होने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर भी जानमुझ कर सीबीआई जांच ना कराने का आरोप लगाया है। जिला अध्यक्ष साहू ने कहा कि आज झीरम घटना को सात साल हो गए है जनता घटना की हकीकत जानना चाहती है कि आखिर घटना के पीछे क्या कारण था और यह षडयंत्र किसने रचा था क्या कांग्रेस के शीर्ष नेताओ की बेरहमी से हत्या कर दी है गई
भाजपा नही चाहती कि इसका सच सामने आए। कांग्रेस के दबाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने विधानसभा में सीबीआई जांच की घोषणा की थी लेकिन जब 2016 में सीबीआई ने इंकार कर दिया तो इस बात को उन्होने छुपाये रखा। पत्रकारो से चर्चा में उन्होने कहा कि नक्सलियो के साथ शुरू से ही भाजपा की साठगाठ है, भाजपा इसका लाभ उठाती रही। वर्ष 2008 में सलवा जुडुम के दौरान भी नक्सलियो के मदद से भाजपा ने बस्तर में 12 मे से 11 सीटे जीती। नक्सली नेता पोडियम लिंगा ने गिरफ्तारी के बाद इसका खुलासा किया। पुलिस को बताया था कि उसने भाजपा विधायक रहे स्व. भीमा मंडावी की मदद की, 2011 लोकसभा उपचुनाव में नक्सलियो ने दिनेश कश्यप की भी मदद की थी। ये नक्सली नेता भीमा मंडावी के गांव का ही उसका भतीजा था। इसके अलावा दंतेवाड़ा से भाजपा जिला उपाध्यक्ष जगत पुजारी को भी पुलिस ने नक्सलियो की मदद करने के आरोप गिरफ्तार किया। वही मदद देने की बात कहकर धोखा देने पर भाजपा नेता शिवदयाल सिंह तोमर की हत्या भी कर दी थी। इससे स्पष्ट है कि भाजपा नेताओ का नक्सलियो से संबंध रहा है।
एनआईए की भूमिका संदिग्ध
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि घटना की जांच कर रही एनआईए की भूमिका भी संदिग्ध है। पहले 2016 में कहा कि जांच पूरी हो गई। परंतु भूपेश सरकार आने के बाद जब राज्य सरकार के द्वारा गठित एसआईटी ने जांच के लिए फाइल मांगी तो उन्होने देने से इंकार कर दिया और कहा कि जांच अधुरी है। फाइल नही मिलने से एसआईटी जांच नही कर पा रही हैं। एनआईए की जांच में भी कांग्रेस ने दस खामिया गिनाई है जिसका जबाव एनआईए ने नही दिया। उदय मुदलियार के बेटे जितेन्द्र मुदलियार ने भी जांच से असंतोष जताते हुए एफआईआर दर्ज कराई है जिससे एनआईए फिर से हरकत में आई है। इस अवसर पर ब्लाक अध्यक्ष बीरू यादव, ओम राठोर, कृष्णकुमार शर्मा, राजेश साहू, जुली मेमन सहित अन्य कांग्रेसी मौजुद थे।
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