क्राइम
छत्तीसगढ़
गरियाबंद। नागाबुड़ा में कुछ दिनों पहले 2 दिन में दो जहरखुरानी की घटना का मामला मर्डर का निकला, पुलिस ने आज इस मामले का खुलासा करते हुए इसे हत्या का मामला करार दिया है, मृतिका के दो भाइयों ने चाचा के साथ मिलकर इस पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने आज इस मामले का खुलासा करते हुए बताया की सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के नागाबुड़ा की (दामिनी 19 वर्ष)और भूपेंद्र कुमार (22 वर्ष) आपस में प्यार करते थे, 23 मई की सुबह दामिनी की लाश उसके घर के अंदर एक कमरे से बरामद हुई थी, और अगले दिन भूपेंद्र की लाश ब्यारा में पैरावट के नीचे दबी मिली थी, प्रथम दृष्टया दोनों मामले जहरखुरानी के सामने आए थे, लेकिन जब पुलिस ने जांच की तो मामला हत्या का निकला। प्रेम बना हत्या की वजह उन्होंने बताया की घटना की रात प्रेमी जोड़े को लड़की के परिजनों ने एक कमरे में देख लिया था, जिसके बाद उन्हें ठिकाने लगाने की प्लानिंग की गई, धमनी के सगे भाई और एक तो तेरे भाई ने चाचा के साथ मिलकर पहले युवक को लाठी के डंडे से बेहोश किया गया, और फिर युवती को जबरदस्ती जहर पिलाया गया। पूरी प्लानिंग से की हत्या एसपी भोजराम पटेल ने बताया कि तीनों आरोपियों ने पूरी प्लानिंग के तहत इस घटना को अंजाम दिया है, मामला जहर खुरानी का लगे इसलिए इसे इसी रूप में तैयार करने की कोशिश की गई, युवती को जहर देकर बिस्तर पर लेटा दिया गया, और कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर आरोपी छत की खपरैल हटाकर बाहर आ गए, अगले दिन ग्रामीणों के सामने दरवाजा तोड़ा गया ताकि किसी प्रकार की कोई शंका जाहिर ना हो। पीएम से खुली पोल पुलिस अधीक्षक ने बताया की पीएम रिपोर्ट में युवती के 3 माह की गर्भवती होने और युवक के सर में चोट के निशान की पुष्टि होने से मामला संदिग्ध हो गया, पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू की तो कड़ियां जुड़ती चली गई, पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जिसमें मृतिका का सगा भाई सूरज साहू, फुफेरा भाई अमृत साहू और चाचा मुन्ना लाल साहू शामिल है। आरोपी ने दी थी घटना की जानकारी मामले में सबसे अहम बात यह है कि आरोपी चाचा मुन्ना लाल साहू ने ही घटना की जानकारी पुलिस को दी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि उनकी भतीजी ने जहर खा लिया है, और ग्रामीणों के सामने जब दरवाजा खोला गया तो उसकी लाश बिस्तर पर पड़ी मिली, पुलिस ने जब जांच पड़ताल की तो आरोपी मुन्नालाल ही पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड निकला। पुलिस ने वारदात में शामिल उपयोग किया गया डंडा और जहर की खाली बोतल भी बरामद कर ली है, साथ ही घटना के तीनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। जांच टीम को प्रोत्साहन पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने कोतवाली प्रभारी आरके साहू और उसकी पूरी जांच टीम को 10000 की नगद राशि से पुरस्कृत किया है, उन्होंने कहा कि इस तरह के अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाना काफी मुश्किल भरा काम रहता है, लेकिन सिटी कोतवाली पुलिस ने बहुत कम समय में इस गुत्थी को सुलझा लिया है, इसलिए उन्हें उत्साहित किया गया है।
प्रेमी जोड़े को युवती के परिजनों ने मौत के घाट उतारा, दो भाइयों ने चाचा के साथ मिलकर दिया घटना को अंजाम
Friday, June 12, 2020
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गरियाबंद। नागाबुड़ा में कुछ दिनों पहले 2 दिन में दो जहरखुरानी की घटना का मामला मर्डर का निकला, पुलिस ने आज इस मामले का खुलासा करते हुए इसे हत्या का मामला करार दिया है, मृतिका के दो भाइयों ने चाचा के साथ मिलकर इस पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने आज इस मामले का खुलासा करते हुए बताया की सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के नागाबुड़ा की (दामिनी 19 वर्ष)और भूपेंद्र कुमार (22 वर्ष) आपस में प्यार करते थे, 23 मई की सुबह दामिनी की लाश उसके घर के अंदर एक कमरे से बरामद हुई थी, और अगले दिन भूपेंद्र की लाश ब्यारा में पैरावट के नीचे दबी मिली थी, प्रथम दृष्टया दोनों मामले जहरखुरानी के सामने आए थे, लेकिन जब पुलिस ने जांच की तो मामला हत्या का निकला। प्रेम बना हत्या की वजह उन्होंने बताया की घटना की रात प्रेमी जोड़े को लड़की के परिजनों ने एक कमरे में देख लिया था, जिसके बाद उन्हें ठिकाने लगाने की प्लानिंग की गई, धमनी के सगे भाई और एक तो तेरे भाई ने चाचा के साथ मिलकर पहले युवक को लाठी के डंडे से बेहोश किया गया, और फिर युवती को जबरदस्ती जहर पिलाया गया। पूरी प्लानिंग से की हत्या एसपी भोजराम पटेल ने बताया कि तीनों आरोपियों ने पूरी प्लानिंग के तहत इस घटना को अंजाम दिया है, मामला जहर खुरानी का लगे इसलिए इसे इसी रूप में तैयार करने की कोशिश की गई, युवती को जहर देकर बिस्तर पर लेटा दिया गया, और कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर आरोपी छत की खपरैल हटाकर बाहर आ गए, अगले दिन ग्रामीणों के सामने दरवाजा तोड़ा गया ताकि किसी प्रकार की कोई शंका जाहिर ना हो। पीएम से खुली पोल पुलिस अधीक्षक ने बताया की पीएम रिपोर्ट में युवती के 3 माह की गर्भवती होने और युवक के सर में चोट के निशान की पुष्टि होने से मामला संदिग्ध हो गया, पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू की तो कड़ियां जुड़ती चली गई, पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जिसमें मृतिका का सगा भाई सूरज साहू, फुफेरा भाई अमृत साहू और चाचा मुन्ना लाल साहू शामिल है। आरोपी ने दी थी घटना की जानकारी मामले में सबसे अहम बात यह है कि आरोपी चाचा मुन्ना लाल साहू ने ही घटना की जानकारी पुलिस को दी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि उनकी भतीजी ने जहर खा लिया है, और ग्रामीणों के सामने जब दरवाजा खोला गया तो उसकी लाश बिस्तर पर पड़ी मिली, पुलिस ने जब जांच पड़ताल की तो आरोपी मुन्नालाल ही पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड निकला। पुलिस ने वारदात में शामिल उपयोग किया गया डंडा और जहर की खाली बोतल भी बरामद कर ली है, साथ ही घटना के तीनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। जांच टीम को प्रोत्साहन पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने कोतवाली प्रभारी आरके साहू और उसकी पूरी जांच टीम को 10000 की नगद राशि से पुरस्कृत किया है, उन्होंने कहा कि इस तरह के अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाना काफी मुश्किल भरा काम रहता है, लेकिन सिटी कोतवाली पुलिस ने बहुत कम समय में इस गुत्थी को सुलझा लिया है, इसलिए उन्हें उत्साहित किया गया है।
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