बिना सूचना आने वाले प्रवासियों पर कड़ी नजर रखें - कलेक्टर क्वारेंटाइन सेंटर से 14 दिन पूर्ण होने पर ही बाहर जाने दे जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए दान-दाताओं से अपील - state-news.in
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बिना सूचना आने वाले प्रवासियों पर कड़ी नजर रखें - कलेक्टर क्वारेंटाइन सेंटर से 14 दिन पूर्ण होने पर ही बाहर जाने दे जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए दान-दाताओं से अपील




कोविड-19 के संबंध में जिले में चल रही तैयारियों की विकासखण्डवार समीक्षा कलेक्टर श्याम धावड़े ने आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में बैठक लेकर किया। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले प्रवासी, मजदूरों की देखभाल क्वारेटाइन सेंटर में मानवीय आधार पर करें। उनके खाने, रहने और स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं का निरतंर माॅनिटरिंग करें, साथ ही यह ध्यान रखे कि निर्धारित क्वारेंटाइन सेंटर से कोई भी मजदूर बिना 14 दिन की अवधि पूर्ण किये बाहर न जाए।





आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में प्रथम पाली में देवभोग, मैनपुर विकासखण्ड एवं द्वितीय पाली में गरियाबंद, फिंगेश्वर एवं छुरा विकासखण्ड के प्रभारी अधिकारियों की बैठक लेकर समीक्षा की गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक बी.आर. पटेल, जिला पंचायत सीईओ विनय कुमार लंगेह, अपर कलेक्टर जे.आर. चैरसिया, सभी एसडीएम एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर श्याम धावड़े ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में कोविड-19 से बचाव करते हुए सबको सावधानीपूर्वक कार्य करना है। उन्होंने कहा कि मजदूरों की वापसी अन्य राज्यों से हो रही है। ऐसे स्थिति में हम सबको टीम भावना के साथ कार्य करना है। क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों को थाली के स्थान पर पत्तल से खाना दे। उनके लिए स्थानीय पेड़ के पत्तों से बने पत्तल और दोना का उपयोग किया जाए, ताकि उसे तत्काल डिस्पोज किया जा सके। ऐसे लोगों को अधिक से अधिक सहायता की अवश्यकता है। गांव वालों के साथ मिलकर तथा समाज के समर्थ दानदाताओं से अपील करते हुए अनाज बैंक और राशि जमा करें, ताकि उनका भरपूर मदद किया जा सके।उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिये कि किसी भी तरह के लक्षण वाले लोगों को तत्काल स्वास्थ्य परीक्षण के लिए भेजा जाए। उन्होंने सांप और अन्य जानवरों के काटने से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में एंटीवेनम वैक्सिन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये। बैठक में प्रभारी अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में क्वारेंटाइन सेंटर का नियमित निरीक्षण करने और प्रतिदिन रिपोर्ट देने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने राशन कार्ड पात्रता के आधार पर जारी करने के निर्देश भी खाद्य विभाग को दिये हैं। उन्होंने कहा कि जिला अधिकारी अनिवार्य रूप से मुख्यालय में रहे व मोबाईल चालू रखे पुलिस अधीक्षक बीआर पटेल ने कहा कि जिले के क्वारेंटाइन सेंटर को तीन वर्गो में विभाजित करें, ताकि विषम परिस्थितियों में तत्काल रणनीति बनाई जा सके। जो चुनौतीपूर्ण वाले सेंटर, मध्यम और सामान्य क्वारेंटान सेंटर के रूप शामिल हो। उन्होंने यह भी कहा कि क्वारेंटाइन सेंटर में मोबाईल के माध्यम से प्राप्त होने वाले अपुष्ठ मैसेज से भी सावधान रहे।पटेल ने कहा कि बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए। मच्छरों से बचाव के लिए उन्हें मच्छरदानी उपलब्ध कराये। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विनय कुमार लंगेह ने कहा कि क्वारेंटाइन सेंटर में साफ-सफाई और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखे। इन सेंटरों में सरपंच व सचिव का लिखित में आदेश जारी किया जाए। उन्होंने ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए मनरेगा कार्य अधिकाधिक प्रारंभ करने के निर्देश दिये। मजदूरों की संख्या भी बढ़ाने के निर्देश दिये गये। ज्ञात है कि जिले के 336 ग्राम पंचायतों में अन्य राज्यों में फसे हुए मजदूरों की संख्या 6 हजार 724 है, जिन्हें 396 क्वारेंटाइन सेंटरों में रखा जाएगा। इनकी कुल क्षमता 14 हजार बिस्तर का है। जानकारी के अनुसार अभी तक 345 प्रवासियों को क्वारेंटाइन किया गया है। बैठक में क्षेत्र के प्रभारी अधिकारी सहित, जनपद सीईओ, शिक्षा, पशुपालन, खाद्य, तहसीलदार, बीएमओ मौजूद थे।
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