कोरोना वायरस
आज समूचे विश्व सहित भारत भी कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहा है ।इस विषम परिस्थिति में ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरतमंद लोगों को भोजन और जरूरत के अनुसार खाद्यान्न वितरण एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है ।ऐसे में प्रत्येक ग्राम पंचायत में अनाज बैंक की स्थापना उपयोगी साबित हो रहा है ।अनाज बैंक की स्थापना से जरूरतमंद लोगों के साथ ही असहाय ,वृद्ध,निराश्रित और बीमार लोगों को अनाज बैंक से एकत्रित हुए चावल, दाल ,शक्कर और नगदी की सहायता अनाज बैंक से दिया जा रहा है । अवगत है कि प्राचीन काल मे ग्राम पंचायतों में समुदाय द्वारा विषम परिस्थितियों से निपटने अनाज बैंक की स्थापना किया जाता रहा है। आज यह परम्परा फिर से जीवित हो उठी है। कलेक्टर श्याम धावड़े के मार्गनिर्दशन में कोविड-19 के संक्रमण से रोकथाम के लिए जारी लाकडाउन से प्रभावितों को राशन, भोजन एवं आवश्यकता अनुसार अस्थायी आवास की सुविधा भी इसी तर्ज पर उपलब्ध करवायी जा रही है। कलेक्टर धावड़े के निर्देश पर जिले की सभी जनपद में लाकडाऊन से प्रभावितों की मदद के लिए शुरू किए गए अनाज बैंक में जिले के संवेदनशील लोगों, समाज सेवी, ब्यावसायिक संस्थाओं द्वारा चांवल, राशन और अन्य दैनिक जरुरतों से संबंधित सामग्रियों का अनवरत दान किया जा रहा है। कलेक्टर ने जिले के संवेदनशील लोगों से अनाज बैंक के लिए अधिक से अधिक राहत सामग्री का दान करने की अपील की है।
सभी जनपद स्तर पर स्थापित अनाज बैंक आज विषम परिस्थितियों में कारगर साबित हो रहा है।
गरियाबंद विकाशखण्ड अंतर्गत 62 ग्राम पंचायतों में 3 क्विंटल चावल, 90 किलो चना, 89 किलो दाल, और 59 हजार रुपये नकदी अनाज बैंक में दान किया गया। अभी तक यहां 417 ब्यक्तियों को सहायता दी गयी है।
छुरा विकाशखण्ड अंतर्गत 74 ग्राम पंचायतों में 204 क्विंटल चावल, 167 किलो चना, 601 किलो दाल, और 1 लाख 64 हजार रुपये नकदी अनाज बैंक में दान किया गया है । अभी तक 29 97किलो खाद्यान एवं 7254 रुपये की सहायता दी गयी है।
फिंगेश्वर विकाशखण्ड अंतर्गत 73 ग्राम पंचायतों में 191 क्विंटल चावल, 20किलो शक्कर, 358 किलो दाल, और 2 लाख41 हजार रुपये नकदी अनाज बैंक में दान किया गया। अभी तक 440 ब्यक्तियों को सहायता दी गयी है। सामाग्री को जरुरतमंदो को आवश्यकतानुसार वितरण किया जा रहा है।
मैंनपुर विकाशखण्ड अंतर्गत 74 ग्राम पंचायतों में 78 क्विंटल चावल, 125 किलो आलू, 441 किलो दाल, 16 लीटर तेल, साबुन और हल्दी मिर्च अनाज बैंक में दान किया गया। अभी यहां 786 ब्यक्तियों को सहायता दी गयी है। देवभोग विकाशखण्ड अंतर्गत 54 ग्राम पंचायतों में 35 क्विंटल चावल, 200 लीटर तेल , 209 किलो दाल, 184 किलो शक्कर , और 53 हजार 845 रुपये नकदी अनाज बैंक में दान किया गया। अभी तक यहां 1317 ब्यक्तियों को सहायता दी गयी है।ग्राम पंचायतों में स्थापित अनाज बैंक में सामुदायिक भागीदारी को सुनिश्चित किया गया है । पंचायत प्रतिनिधि और सचिव के अलावा इसे समुदाय द्वारा संचालित किया जा रहा है । ग्राम पंचायतों में तैनात सभी नोडल अधिकारी इसका नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं कर रहे हैं ।कोविद 19 के संपूर्ण नोडल अधिकारी जिला पंचायत के सीईओ विनय लंगेह स्वयं पंचायतों में अनाज बैंक की समीक्षा कर रहे हैं साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि पंचायत में अनाज और खाद्यान्न की कमी से कोई भूखे ना सोये । वास्तव में अनाज बैंक आज कारगर साबित हो रहा है और प्रशासन की पहल से जहां अन्न से अनाज बैंक भरे है तो भोजन से लोगों के पेट भरे हैं।
जिले के प्रत्येक पंचायत में अनाज बैंक की स्थापना लोगों द्वारा खाद्यान्न और नकदी की सहायता
Sunday, April 12, 2020
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आज समूचे विश्व सहित भारत भी कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहा है ।इस विषम परिस्थिति में ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरतमंद लोगों को भोजन और जरूरत के अनुसार खाद्यान्न वितरण एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है ।ऐसे में प्रत्येक ग्राम पंचायत में अनाज बैंक की स्थापना उपयोगी साबित हो रहा है ।अनाज बैंक की स्थापना से जरूरतमंद लोगों के साथ ही असहाय ,वृद्ध,निराश्रित और बीमार लोगों को अनाज बैंक से एकत्रित हुए चावल, दाल ,शक्कर और नगदी की सहायता अनाज बैंक से दिया जा रहा है । अवगत है कि प्राचीन काल मे ग्राम पंचायतों में समुदाय द्वारा विषम परिस्थितियों से निपटने अनाज बैंक की स्थापना किया जाता रहा है। आज यह परम्परा फिर से जीवित हो उठी है। कलेक्टर श्याम धावड़े के मार्गनिर्दशन में कोविड-19 के संक्रमण से रोकथाम के लिए जारी लाकडाउन से प्रभावितों को राशन, भोजन एवं आवश्यकता अनुसार अस्थायी आवास की सुविधा भी इसी तर्ज पर उपलब्ध करवायी जा रही है। कलेक्टर धावड़े के निर्देश पर जिले की सभी जनपद में लाकडाऊन से प्रभावितों की मदद के लिए शुरू किए गए अनाज बैंक में जिले के संवेदनशील लोगों, समाज सेवी, ब्यावसायिक संस्थाओं द्वारा चांवल, राशन और अन्य दैनिक जरुरतों से संबंधित सामग्रियों का अनवरत दान किया जा रहा है। कलेक्टर ने जिले के संवेदनशील लोगों से अनाज बैंक के लिए अधिक से अधिक राहत सामग्री का दान करने की अपील की है।
सभी जनपद स्तर पर स्थापित अनाज बैंक आज विषम परिस्थितियों में कारगर साबित हो रहा है।
गरियाबंद विकाशखण्ड अंतर्गत 62 ग्राम पंचायतों में 3 क्विंटल चावल, 90 किलो चना, 89 किलो दाल, और 59 हजार रुपये नकदी अनाज बैंक में दान किया गया। अभी तक यहां 417 ब्यक्तियों को सहायता दी गयी है।
छुरा विकाशखण्ड अंतर्गत 74 ग्राम पंचायतों में 204 क्विंटल चावल, 167 किलो चना, 601 किलो दाल, और 1 लाख 64 हजार रुपये नकदी अनाज बैंक में दान किया गया है । अभी तक 29 97किलो खाद्यान एवं 7254 रुपये की सहायता दी गयी है।
फिंगेश्वर विकाशखण्ड अंतर्गत 73 ग्राम पंचायतों में 191 क्विंटल चावल, 20किलो शक्कर, 358 किलो दाल, और 2 लाख41 हजार रुपये नकदी अनाज बैंक में दान किया गया। अभी तक 440 ब्यक्तियों को सहायता दी गयी है। सामाग्री को जरुरतमंदो को आवश्यकतानुसार वितरण किया जा रहा है।
मैंनपुर विकाशखण्ड अंतर्गत 74 ग्राम पंचायतों में 78 क्विंटल चावल, 125 किलो आलू, 441 किलो दाल, 16 लीटर तेल, साबुन और हल्दी मिर्च अनाज बैंक में दान किया गया। अभी यहां 786 ब्यक्तियों को सहायता दी गयी है। देवभोग विकाशखण्ड अंतर्गत 54 ग्राम पंचायतों में 35 क्विंटल चावल, 200 लीटर तेल , 209 किलो दाल, 184 किलो शक्कर , और 53 हजार 845 रुपये नकदी अनाज बैंक में दान किया गया। अभी तक यहां 1317 ब्यक्तियों को सहायता दी गयी है।ग्राम पंचायतों में स्थापित अनाज बैंक में सामुदायिक भागीदारी को सुनिश्चित किया गया है । पंचायत प्रतिनिधि और सचिव के अलावा इसे समुदाय द्वारा संचालित किया जा रहा है । ग्राम पंचायतों में तैनात सभी नोडल अधिकारी इसका नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं कर रहे हैं ।कोविद 19 के संपूर्ण नोडल अधिकारी जिला पंचायत के सीईओ विनय लंगेह स्वयं पंचायतों में अनाज बैंक की समीक्षा कर रहे हैं साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि पंचायत में अनाज और खाद्यान्न की कमी से कोई भूखे ना सोये । वास्तव में अनाज बैंक आज कारगर साबित हो रहा है और प्रशासन की पहल से जहां अन्न से अनाज बैंक भरे है तो भोजन से लोगों के पेट भरे हैं।
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