स्वसहायता समूहों द्वारा 36 हजार से अधिक मास्क बनाकर 4 लाख 32 हजार रूपये राशि अर्जित की बैंक सखियों ने घर-घर जाकर 1 करोड़ 3 लाख 82 हजार रूपये का किया भुगतान - state-news.in
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स्वसहायता समूहों द्वारा 36 हजार से अधिक मास्क बनाकर 4 लाख 32 हजार रूपये राशि अर्जित की बैंक सखियों ने घर-घर जाकर 1 करोड़ 3 लाख 82 हजार रूपये का किया भुगतान




कोविड-19 वायरस के संक्रमण को रोकने जहां शासन-प्रशासन सजग और सतर्क है। वहीं इस दौरान जिले में बिहान की बहनें अपनी सजगता और समर्पण का परिचय दे रही हैं। बिहान की इन महिला समूहों द्वारा कपड़े के 36 हजार से अधिक मास्क बनाकर जिला प्रशासन को सौंपा गया है। इससे उन्हें 4 लाख 32 हजार रूपये का आय भी अर्जित हुआ। लाॅकडाउन के दौरान महिला समूहों का यह प्रयास कोविड-19 की लड़ाई से बचने में मद्दगार साबित हुआ है। वहीं  बैंक सखियों द्वारा भी घर-घर जाकर सरकार की योजनाओं से प्राप्त राशि का वितरण किया जा रहा है। संकट की इस घड़ी में बिहान की बहने वारियर की भूमिका बखूबी निभा रही है। जिला पंचायत के सीईओ विनय लंगेह ने बताया कि कलेक्टर श्याम धावड़े के मार्गदर्शन में सर्वप्रथम गरियाबंद विकासखण्ड में मास्क निर्माण का कार्य बिहान की महिलाओं द्वारा प्रारंभ किया गया, तत्पश्चात जिले के सभी पांचों विकासखण्डों द्वारा मास्क निर्माण प्रारंभ किया गया है जो कि दो लेयर एवं एक लेयर मोटा कपड़ा रीयूजेबिल मास्क है, जिन्हें समूह की बहनों द्वारा सेनेटाइज कर विभिन्न शासकीय कार्यालयों में विक्रय किया गया। जिला प्रशासन द्वारा इन बहनों का उत्साहवर्धन करते हुए विभिन्न कार्यालयों जैसे- कलेक्टर कार्यालय, जिला पंचायत , स्वास्थ्य विभाग, विपणन संघ एवं नगरपालिका परिषद में हजारो की संख्या में बहनों से मास्क खरीदे गये और इसे मजदूरों एवं आमजनता को उपलब्ध कराया गया। जिले के लगभग 40 स्वसहायता समूहों की 81 बहनों द्वारा अभी तक 36 हजार से अधिक मास्क बनाकर  4 लाख 32 हजार रूपये राशि अर्जित किया गया है। आगामी समय में बहनों द्वारा कपडे का दस्ताना बनाया जायेगा। इस प्रकार लॉकडाउन के दौरान भी बहनों को व्यक्तिमूलक आजीविका कार्य से सुनिश्चित किया जा रहा है। बी.सी. सखी के माध्यम से ग्रामीण स्तर पर लॉकडाउन की स्थिति में ग्रामीण बिहान अंतर्गत चयनित 67 बी.सी. सखियों ने मोर्चा संभाला जिन्होने सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए, शासन द्वारा जनधन खातों की राशि, मनरेगा मजदूरी का भुगतान, वनधन उत्पादों के विक्रय भुगतान, पेंशन आदि के संबंध में लोगों को राशि की उपलब्धता कराई जा रही है। वर्तमान में जिले अंतर्गत 42 बी. सी. सखी सक्रिय रूप से कार्य कर रहे है, जिनके द्वारा 7 हजार 842 लेन-देन किया गया। राशि-1 करोड़ 3 लाख 82 हजार 313 रूपये का भुगतान बैंक के सहयोग से घर-घर जाकर कर रही है। इसके अलावा बहनों द्वारा निःशुल्क खाद्यान्न वितरण, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
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